लखनऊ में आगामी 30 जुलाई को देश के जानेमाने साहित्यकार और बुद्धजीवी हिंदी साहित्य के संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए विचार विमर्श करेंगे। रेख़्ता फ़ाउंडेशन के उपक्रम 'हिन्दवी' की तीसरी वर्षगांठ के मौके पर आयोजित 'हिन्दवी उत्सव' में प्रसिद्ध साहित्यकार शिवमूर्ति के अलावा कवि अरुण कमल, कुमार अंबुज, अजंता देव, यश मालवीय और सविता भार्गव जैसी हस्तियां शिरकत करेंगी। कार्यक्रम का उद्देश्य हिंदी भाषा और साहित्य की समृद्ध विरासत का जश्न मनाना और हिंदी-भाषी समुदायों तथा साहित्य-संस्कृति प्रेमियों को करीब लाना है। संगीत नाटक अकादमी में 'हिन्दवी उत्सव' का उद्घाटन दोपहर 3.50 बजे शुरू होगा। उद्घाटन समारोह के बाद पहला सत्र चर्चा-परिचर्चा का होगा जिसमें डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी, शालिनी माथुर और अखिलेश जैसे प्रतिष्ठित लेखक विचारोत्तेजक विषय 'कठिन समय में कटाक्ष' पर चर्चा करेंगे। इसके बाद उत्सव में काव्यात्मक अभिव्यक्ति के लिए कविता संध्या(कविता पाठ) का आयोजन होगा जिसमें कवि अरुण कमल, कुमार अंबुज, अजंता देव, यश मालवीय और सविता भार्गव अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे।
फ़ाउंडेशन के संस्थापक संजीव सराफ़ ने कहा, " 'हिंदी भारत के विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों के बीच एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक-भाषाई संधि के रूप में कार्य करती है और समयानुसार विकसित और अनुकूलित होती रहती है। 'हिन्दवी उत्सव' के पिछले संस्करण में साहित्य प्रेमियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी से प्रेरित होकर इस वर्ष यह उत्सव अधिक बड़ा और भव्य होगा, जिसमें हिंदी साहित्य से जुड़ी प्रमुख हस्तियाँ और कलाकार एकसाथ एक मंच पर आएँगे।