लखनऊ के चिनहट इंडस्ट्रियल इलाके में बरेली के बदमाशों ने कर्मचारियों को बंधक बनाकर डकैती डाली थी। तीन दिन से बिथरी चैनपुर क्षेत्र में डेरा डाले लखनऊ पुलिस की टीम को सफलता हाथ लगी।
घटना में शामिल पांच आरोपितों को नरियावल व उड़ला जागीर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। घटना में प्रयुक्त ट्रक भी बरामद कर लिया गया लेकिन, तार व अन्य सामान बरामद नहीं हुआ है। पांचों आरोपितों को लखनऊ पुलिस लेकर रवाना हो गई।
लखनऊ के यहियागंज बर्तन बाजार निवासी संजीव अग्रवाल की चिनहट इंडस्ट्रियल इलाके में बालाजी ट्रांसफर फैक्ट्री है। फैक्ट्री में यूपीपीसीएल से आए ट्रांसफार्मर की रीफिलिंग होती है। 26 जनवरी की रात दीवार फांदकर 10 से 12 बदमाश फैक्ट्री में दाखिल हुए। चौकीदार व कर्मचारियों की पिटाई कर कार्यालय में बंधक बना लिया।
गेट का ताला तोड़कर ट्रक अंदर ले गए और करीब 65 सौ किलो कापर का तार, गैस सिलिंडर, कपड़े, मोबाइल, कर्मचारी के 18 हजार रुपये व चौकीदार की साइकिल ट्रक में लादकर फरार हो गए। सिर्फ तार की कीमत 80 लाख रुपये आंकी गई। सीसीटीवी फुटेज से लखनऊ पुलिस को कई सुराग हाथ लगे जिससे वह बरेली तक पहुंची।
तीन दिन पहले पहुंची लखनऊ पुलिस को शनिवार को पांच आरोपितों के बारे में सटीक इनपुट मिले। इसी के बाद टीम नरियावल व उड़ला जागीर गांव पहुंची। पांचों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर ट्रक भी बरामद कर लिया। सामान बरामदगी को लेकर पुलिस आरोपितों से पूछताछ में जुटी है। टीम बिथरी पुलिस के भी लगातार संपर्क में है।